.........आँसू
पीड़ा का अनुवाद हैं आँसू
एक मौन संवाद हैं आँसू
दर्द , दर्द बस दर्द ही नहीं
कभी-कभी आह्लाद हैं आँसू
जबसे प्रेम धरा पर आया
तब से ही आबाद हैं आँसू
अब तक दिल में हैं हलचल-सी
मुझको उनके याद हैं आँसू
कभी परिंदे कटे-परों के
और कभी सैयाद हैं आँसू
इनकी भाषा पढ़ना 'प्रकृति'
मुफ़लिस की फ़रियाद हैं आँसू!!!
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें